पहले हाथ पैर जोड़ कर सभा समिति और समाज के अध्यक्ष बन जाओ फिर उसे अपनी प्रापर्टी समझ कर सटक जाओ।।

*कोर्ट का आदेश सिंधी युवक समिति के अध्यक्ष मनीष लाहोरानी ही विधिवत अध्यक्ष*
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बिलासपुर ! माननीय न्यायालय (कोर्ट) के आदेश के अनुसार, सिंधी युवक समिति के अध्यक्ष मनीष लाहोरानी ही विधिवत अध्यक्ष बने रहेंगे। इस निर्णय से स्पष्ट होता है कि कोर्ट ने उनकी अध्यक्षता को वैध माना है और उन्हें अपने पद पर बने रहने की अनुमति दी है। सिंधी युवक समिति के महामंत्री अमित संतवानी के अनुसार समिति के पूर्व अध्यक्ष अजीत थावरानी, पूर्व सचिव मोती थावरानी एवं उनके कुछ सदस्यों द्वारा गत वर्ष समिति के नए अध्यक्ष मनीष लाहोरानी के बनने पर समिति के अध्यक्ष पद को नहीं छोड़ना, समिति का कोई भी हिसाब किताब नहीं देना। स्वयंभू जोर जबरदस्ती से अध्यक्ष बने रहना। और अधिकांश अपने परिवार के सदस्यों को शामिल कर सिंधी युवक समिति एवं समिति द्वारा संचालित सिंधु विद्या मंदिर में क़ब्ज़ा कर रखा था। कोर्ट पर केस चलने पर सुनवाई पश्चात प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी के न्यायालय के माननीय न्यायाधीश द्वारा 18 जून 25 को  न्यायोचित निर्णय लेते हुए आदेश दिया कि सिंधी युवक समिति बिलासपुर का अध्यक्ष मनीष लाहोरानी ही विधिवत अध्यक्ष रहेंगे। माननीय न्यायालय के आदेश पर सिंधी युवक समिति के अध्यक्ष मनीष लाहोरानी ने अपने टीम के साथ समिति द्वारा संचलित सिंधु विद्या मंदिर को विधिवत रूप से अपने अधीन लेकर सिधी युवक समिति की आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया। इस मौके पर सर्वश्री सिंधी युवक समिति के संयोजक एवं संरक्षक अशोक बजाज, अमर बजाज, संरक्षण गण कैलाश मलघानी, मनोहर खट्वानी, मुख्य सलाहकार, मोहन मदवानी, ओमप्रकाश मनचंदा, समिति के अध्यक्ष मनीष लाहोरानी, महामंत्री अमित संतवानी, उपाध्यक्ष कैलाश श्यामनानी, लक्ष्मण दास संतवानी, संजय मतलानी, सिंधु विद्या मंदिर की प्राचार्या जया पृथ्वानी, शाला की शिक्षिकाएं सहित समिति के सदस्य एवं वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे।