-
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला प्रभारी और प्रदेश महामंत्री सुबोध हरितवाल ने कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता की ,
प्रेस वार्ता में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव,महापौर रामशरण यादव,पूर्व विधायक शैलेष पांडेय,प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय,शहर प्रवक्ता ऋषि पांडेय ,गौरव ऐरी उपस्थित थे,
सुबोध हरितवाल ने कहा कि साय सरकार कठपुतली सरकार है,जिसका नियंत्रण शासन-प्रशासन पर नही है, केंद्र में बैठे भाजपा नेता जैसा चाहते है वैसा ही निर्णय लिया जा रहा है,
छत्तीसगढ़ की जनता पहले से महंगाई से परेशान है ,रोजमर्रा की पूर्ति नही कर पा रही है ,उसके ऊपर साय सरकार नितनये फरमान जारी कर जनता के दर्द में नमक का काम कर रही है,
साय सरकार के निर्णयों के अब भाजपा नेता भी मुखर होकर विरोध करने लग गए है ,इससे समझा जा सकता है कि सरकार का भविष्य क्या है?
हरितवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक साधन सम्पन्न राज्य है पर जनता के हाथ मे केवल महंगाई है, 9 माह की सरकार पहले से ही रेत,गिट्टी,छड़ की कीमत बढ़ा चुकी है और अब सीमेंट की प्रति बोरी कीमत में 50 रुपये की वृद्धि न्यायोचित नही है ,
जनता की जेब मे डाका डालने जैसा है ?
हरितवाल ने कहा सीमेंट में भारी भरकम कीमत वृद्धि करना " विष्णु भोग " टैक्स है या चौधरी टैक्स है ,भाजपा को बताना चाहिए?
छत्तीसगढ़ पूरे देश मे सीमेंट उत्पादन में प्रथम है ,जहां प्रति माह 30 लाख टन से अधिक सीमेंट का उत्पादन होता है ,इस दृष्टि से केवल सीमेंट में सरकार उद्योगपतियों के माध्यम से प्रति माह 1800 करोड़ कमाएगी जो जनता की जेब से निकाली जाएगी ,
इसके पूर्ववर्ती सरकारों में भी कीमत वृद्धि हुई पर सीधा सीधा 50 रुपये बढाना कमीशन खोरी का मामला बनता है ,जो बोरी 260 रुपये में मिलता था अब 350 रुपये में मिल रहा है,कमीशन का लंबा चौड़ा खेल हुआ है,
हरितवाल ने कहा कि सीमेंट कम्पनियो को तमाम तरह की सुविधा सरकार देती है ,सस्ती बिजली, निम्न रेट में रॉ मटेरियल जिसमे कच्चा माल,लाइमस्टोन,कोयला, उसके बाद महंगी कीमत में सीमेंट ख़रीदने के लिए भाजपा सरकार मजबूर कर रही है,
केंद्र सरकार की 28% जीएसटी से जनता पहले से परेशान है,
हरितवाल ने कहा कि हर सर को छत देने की वादा करने वाली भाजपा सरकार आवासहीन करने में तुल गई है, मध्यम वर्ग,निम्न वर्ग मकान नही बना सकता क्योंकि बड़ी मुश्किल से जोड़तोड़ कर ,कर्ज लेकर मकान बनाता है पर अचानक कीमते बढ़ने से उसका बजट बिगड़ जाएगा और मकान को अधूरा ही छोड़ना पड़ेगा,जिससे वह कर्ज और किराए के मकान के बीच पिस्ता नजर आएगा,
अचानक सीमेंट की कीमत बढ़ने से विकास की गुणवत्ता प्रभावित होगा, क्योकि जिस रेट कांटेक्ट में ठेका मिला है ,उसे बढ़ी हुई कीमत में गुणवत्ता पूर्ण बनाना सम्भव नही होगा या तो गुणवत्ताहीन निर्माण होगा या फिर ठेकेदार बनाना छोड़ देगा? घटिया निर्माण से छत्तीसगढ़ के पुल पुलिया, बड़ी बड़ी बिल्डिंग, सड़के बिहार जैसी हो जाएंगी ,कब टूट जाये कब गिर जाए ?
हरितवाल ने कहा कि एक सोची समझी रणनीति के तहत भाजपा की सरकार जनता की जेब से पैसा निकाल रही है ,आज क्रूड ऑयल की कीमत 2014 से भी कम स्तर पर है किन्तु पेट्रोल-डीजल-गैस की कीमतों को कोई कमी नही हुई, बिजली बिल दुगुना दिया जा रहा है, कांग्रेस सरकार ने भूखण्ड की रजिस्ट्री में 30% की छूट दे रही थी उसे भी खत्म कर दी और ऊपर से सुविधा छीनकर कीमत वृद्धि कर रही है जो छत्तीसगढ़ की जनता के साथ छलावा है ,कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार से मांग करती है कि जनहित में कीमत वृद्धि को वापस ले ।
ऋषि पांडेय,प्रवक्ता शहर-
कांग्रेस कमेटी की एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस महानिरीक्षक से मिला और ज़िले में बढ़ते अपराध, छोटी छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म, राह चलते लोगो की हत्या, चैन स्कैनिंग जैसे गम्भीर अपराधों पर नियंत्रण करने एवं एनएसयूआई कार्यकर्ताओ पर हुए एफआईआर को वापस लेने की मांग की गई,
प्रतिनिधि मंडल में जिला प्रभारी, प्रदेश महामंत्री सुबोध हरितवाल, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, महापौर रामशरण यादव, पूर्व विधायक शैलेष पांडेय, सभापति शेख नजीरुद्दीन, गौरव ऐरी शामिल थे,
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि बिलासपुर जिले में अचानक बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं बढ़ गई है ,कल मस्तूरी क्षेत्र में एक तीन वर्ष की नाबालिक बच्ची के साथ अप्रिय घटना हुई ,जो समाज को झकझोर रख दी है ,इसके पूर्व में भी अशोक नगर सरकंडा में, सिरगिट्टी में ,कोनी में नाबालिक बच्चियों के साथ रेप जैसी घिनौनी कृत्य हो चुका है, लगातार शहर और आसपास के क्षेत्रों में हत्याएं हो रही है ,चाकू चलना आम बात हो गई है,चैन स्कैनिंग जैसी घटनाएं हो रही है ,जिससे आम जनता और विशेषकर माताओ ,बहनों, में एक भय का वातावरण निर्मित हो रहा है, बच्चियां जब तक घर नही आ जाती गार्जियन चिंतित रहते है ,
इसी तरह अब होस्टल में रहने वाली बच्चियों को अपने अधिकार के लिए आंदोलन कर पड़ रहा है, कल मस्तूरी ब्लॉक में अपने अधिकारों के लिए आंदोलन रत बच्चियों के समर्थन में एनएसयूआई के छात्र गए हुए थे ,उन्हें पचपेड़ी थाना में 5 घण्टा बिठाकर रखा गया और उसके दूसरे दिन उनके ऊपर एफआईआर कर दिया गया ,जबकि एनएसयूआई संगठन का उद्देश्य ही छात्र हित मे काम करना है ,उनके ऊपर गलत तरीके से एफआईआर किया गया है ,उसे वापस लिया जाए,
प्रतिनिधि मंडल ने मांग की कि ज़िले में पुलिस व्यवस्था को और बेहतर किया जाए ,जिससे आमजनता अपने आपको सुरक्षित महसूस करे।
Social Plugin