*ग्राम कड़ार में 24.70 लाख रुसे निर्मित. होने वाले महतारी सदन का किया भूमिपूजन*
*महतारी सदन माताओं-बहनों की शक्ति, सम्मान और आत्मनिर्भरता का नया केंद्र : कौशिक*
पूर्व विधानसभा धरम लाल कौशिक ने आज बिल्हा विकासखंड के ग्राम कड़ार में 24.70 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले महतारी सदन के भूमिपूजन कार्यक्रम में
सम्मिलित होकर विधिवत भूमिपूजन किया। इस मौके पर उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए. कहा. कि महतारी सदन का निर्माण ग्रामीण क्षेत्र की माताओं–बहनों को सुरक्षित, सशक्त और उपयोगी सामुदायिक भवन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस भवन के माध्यम से महिला समूहों की गतिविधियों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, सामाजिक आयोजनों तथा सामुदायिक बैठकों को एक सुव्यवस्थित स्थान प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा. कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी के नेतृत्व में महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और उत्थान के लिए जिस प्रकार से सरकार निरंतर कार्य कर रही है, उसी की कड़ी में महतारी सदन जैसे महत्वपूर्ण निर्माण ग्रामीण विकास को और अधिक गति प्रदान करेंगे। महतारी सदन योजना छत्तीसगढ़ को महिला-केंद्रित विकास का मॉडल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। महतारी सदन केवल महिलाओं की तरक्की का आधार ही नहीं बनेगा, बल्कि यह पूरे प्रदेश की तरक्की का आधार बनेगा। उन्होंने कहा कि यह महतारी सदन माताओं-बहनों की शक्ति, सम्मान और आत्मनिर्भरता का नया केंद्र होगा। महतारी सदन शिक्षा, कौशल और उद्यमिता के द्वार खोलेंगे।
*सेवा सहकारी समिति कड़ार एवं सेंवार में धानखरीदी का शुभारम्भ किये पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक*
*कहा - हमारा राज्य किसानों से ही समृद्ध है*
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के सेवा सहकारी समिति कड़ार एवं सेवा सहकारी समिति सेंवर में आयोजित धान खरीदी शुभारंभ कर धान उपार्जन प्रक्रिया का विधिवत शुभारंभ किया।इसके अंतर्गत सेवा सहकारी समिति कड़ार में किसान श्री बलदेव द्वारा 260 कट्टी धान तथा किसान श्री ब्रजेश दूबे द्वारा 230 कट्टी धान विक्रय कर खरीदी प्रक्रिया की शुरुआत की गई। इसी प्रकार सेवा सहकारी समिति सेंवार में किसान श्री हरिराम के धान की खरीदी कर केंद्र में इस वर्ष की खरीदी व्यवस्था को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया गया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को समय पर समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की गारंटी देने के लिए किए जा रहे प्रयासों का प्रत्यक्ष परिणाम आज दोनों समितियों में दिखाई दिया। किसानों में उत्साह, विश्वास और संतोष के भाव को देखना वास्तव में सुखद एवं संतोषप्रद रहा।
उन्होंने कहा कि किसानों की मेहनत से ही प्रदेश में समृद्धि और खुशहाली का वातावरण निर्मित हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेती-किसानी को बढ़ावा देने के लिए निष्ठा, संवेदनशीलता और सजगता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि धान खरीदी को पूरी तरह व्यवस्थित, पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से संचालित किया जाएगा। किसानों की किसी भी प्रकार की असुविधा को रोकने के लिए सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। इस वर्ष धान खरीदी को तकनीक- सक्षम बनाते हुए तँहर टोकन ऐप, जीपीएस आधारित परिवहन, सतर्क ऐप और कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर जैसी व्यवस्थाएँ मजबूत की गई हैं। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता ऐसा राज्य है, जहां किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य मिल रहा है. इस राज्य के किसान के लिए धान की फसल लगाना, काटना और उसे बेचना किसी बड़े उत्सव से कम नही है, क्योंकि राज्य की अर्थ व्यवस्था का सबसे व्यापक साधन धान ही है। उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसानों के धान का एक-एक दाना खरीदना हमारा लक्ष्य है।
Social Plugin